मटेरिया मेडिका का अध्ययन और मामला लेना
मटेरिया मेडिका का अध्ययन और मामला लेना
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यह पुस्तक माइस्म्स और शास्त्रीय होम्योपैथिक प्रिस्क्रिप्शन में उनके स्थान को समझने में महत्वपूर्ण योगदान देती है। पुस्तक की प्रस्तावना से निम्नलिखित कथन इसकी अपील को सारांशित करता है - 'आम तौर पर एक सही पहला नुस्खा बनाना आसान होता है। असली मुश्किलें ज्यादातर बाद में होती हैं जब पहला उपाय अब प्रभावी नहीं होता है और केवल कुछ लक्षण ही एक सटीक अगले उपाय की ओर इशारा करते हैं।' इसमें माइस्म्स, डायथेसिस, बाउल नोसोड्स, आइसोपैथिक नोसोड्स, ऊर्जावान बिंदु, मांसपेशी परीक्षण और विभिन्न नमूना मामलों की जानकारी शामिल है। यह पुस्तक इस तथ्य पर जोर देती है कि होम्योपैथी में गुणसूत्र द्वारा ले जाने वाली नकारात्मक जानकारी का इलाज करने का एकमात्र तरीका क्लासिक और आंत्र नोसोड्स का उपयोग करना है जो धमनीकाठिन्य, कोरोनरी रोधगलन, आमवाती रोगों और प्रतिरक्षा प्रणाली की विफलता के कारण होने वाली बीमारियों जैसे एलर्जी, कैंसर आदि के खिलाफ एक निवारक दृष्टिकोण के रूप में कार्य करता है।